हनुमान चालीसा #ॐ_हं_हनुमंते_नमः #जय_बजरंगबली

  हनुमानचालीसा भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। जय "श्री हनुमान" जी जय "श्री राम" #ॐ_हं_हनुमंते_नमः #जय_बजरंगबली

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प्यार एक नशा, जिसे हो, उसके सर चढ जाये,


प्यार एक नशा, जिसे हो, उसके सर चढ जाये,
प्यार खुद ही रूठे, खुद मान जाएं
प्यार मिलन भी, प्यार जुदाई भी,
प्यार को जो समझे, उसने ही जन्नत पाई

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