हनुमान चालीसा #ॐ_हं_हनुमंते_नमः #जय_बजरंगबली on March 18, 2025 +0 Dharm Dharm हनुमानचालीसा भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। जय "श्री हनुमान" जी जय "श्री राम" #ॐ_हं_हनुमंते_नमः #जय_बजरंगबली
भारत-नेपाल सीमा विवाद को समझना चाहते हैं तो एक बार इस विडियो को अंत तक जरूर देखें ।देखने के बाद दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा। on May 28, 2020 Knowledge +0 News Knowledge News
Sikh Struggle, Resilience, Bravery and Martyrdom, Poem by Gurbux Singh Saini, Panchkula on May 08, 2020 +0 Poem Poem