"I had decided that after the Maha Kumbh at Prayagraj, I would go to Somnath, which is the first among the 12 Jyotirlingas.
Today, I felt blessed to have prayed at the Somnath Mandir. I prayed for the prosperity and good health of every Indian. This Temple manifests the timeless heritage and courage of our culture."
सोमनाथ मंदिर में प्रधानमंत्री की पूजा-अर्चना, देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना
महाकुंभ प्रयागराज के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संकल्प के अनुरूप देश के पहले ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने भगवान शिव की आराधना कर देश के सभी नागरिकों के समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की।
प्रधानमंत्री ने इस पवित्र स्थल पर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि सोमनाथ मंदिर हमारी सनातन विरासत, आस्था और संस्कृति के अदम्य साहस का प्रतीक है। यह मंदिर बार-बार आक्रमणकारियों द्वारा तोड़ा गया, लेकिन हर बार इसका पुनर्निर्माण हुआ, जो भारतीय संस्कृति की अटूट शक्ति को दर्शाता है।
सोमनाथ मंदिर हिंदू आस्था का प्रमुख केंद्र है और द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रथम माना जाता है। समुद्र तट पर स्थित यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति का केंद्र बना हुआ है।
प्रधानमंत्री के इस दौरे से मंदिर और आसपास के क्षेत्र में भक्तों का उत्साह चरम पर था। स्थानीय प्रशासन ने उनकी यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को एकजुट रहने और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारत की अमर आस्था और गौरवशाली परंपरा का परिचायक है।
प्रधानमंत्री की इस आध्यात्मिक यात्रा से न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश में श्रद्धालुओं के बीच उत्साह देखा जा रहा है।
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