हनुमान चालीसा #ॐ_हं_हनुमंते_नमः #जय_बजरंगबली

  हनुमानचालीसा भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।। लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।। रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। जय "श्री हनुमान" जी जय "श्री राम" #ॐ_हं_हनुमंते_नमः #जय_बजरंगबली

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“रे चाचा, अपनी इस्त्री देदे… ”

एक दिन पड़ोस का हरयाणवी छोरा आ के बोल्या-
“रे चाचा, अपनी इस्त्री देदे… ”
चाचा ने अपनी जनानी की ओर इसारा करया और बोला- “ले जा, वा बैठी.. ”
छोरा चुप चाप देखन लाग्या…
बोला- “चाचा यो नहीं, कपडे वाली..”
चाचा बोल्या- “भले मानस, यो तन्ने बगेर कपड़े दिखे है के ??? ”
छोरा गुस्से में चीखा- “रा चाचा बावला ना बन, करंट वाली इस्त्री..”
चाचा- “बावले, हाथ ते लगा के देख… जे ना मारे करंट, फेर कहिये…”

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